परिवहन आयुक्त वर्षा जोशी से 2500 करोड़ की बस डील में पारदर्शिता की मांग करने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है
ROHIT SHARMA / RAJNI SHARMA :- चाहे आई.ए.एस. वर्षा जोशी एवं शकुन्तलता गैमलिन का उत्पीड़न का मामला हो या आप कार्यकर्ता सोनी मिश्रा के उत्पीड़न एवं आत्महत्या का, एक मंत्री द्वारा राशन कार्ड के लिए एक महिला के बलात्कार का, तीन विधायकों द्वारा अपनी पत्नी एवं ससुराल पक्ष के उत्पीड़न का या फिर एक दर्जन विधायकों द्वारा महिलाओं के प्रति असभ्य व्यवहार का मामला हो यह सभी मामले दर्शाते हैं कि अरविन्द केजरीवाल सरकार के शासन में महिलायें कितनी सुरक्षित हैं-मनोज तिवारी
नई दिल्ली :- दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं उनकी आम आदमी पार्टी की मानसिकता महिला विरोधी है और उनकी सरकार के भ्रष्टाचार का विरोध करने पर वह अधिकारियों को प्रताड़ित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
श्री तिवारी ने कहा है कि शनिवार की शाम को जब मुख्यमंत्री एक जनसभा में कह रहे थे कि भाजपा के शासन मे अब महिलायें असुरिक्षत हैं ठीक उसी समय उनके मंत्री कैलाश गहलोत एक आई.ए.एस. महिला अधिकारी श्रीमती वर्षा जोशी को दिल्ली सरकार की बुराड़ी अथाॅरटी में व्याप्त भ्रष्टाचार को उठाने के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। सत्य यह है कि परिवहन आयुक्त श्रीमती वर्षा जोशी ने दिल्ली सरकार के 2500 करोड़ रूपये की बस डील के निर्णय में पारदर्शिता की मांग की है जिसके कारण मंत्री कैलाश गहलोत उनसे खिन्न हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि परिहवन आयुक्त श्रीमती वर्षा जोशी का उत्पीड़न केजरीवाल सरकार द्वारा अधिकारियों के नियमित उत्पीड़न के खेल का भाग तो है ही पर यह हमें सरकार द्वारा आई.ए.एस. श्रीमती शकुन्तला गैमलिन के उत्पीड़न की याद दिलाता है जिनको सरकार के भ्रष्टाचार एवं भाई भतीजावाद का विरोध करने पर प्रताड़ित किया गया था।
श्री तिवारी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार द्वारा आई.ए.एस. अधिकारियों श्रीमती वर्षा जोशी एवं श्रीमती शकुन्तला गैमलिन का उत्पीड़न इस सरकार की महिलाओं के प्रति मानसिकता को भी दर्शाता है और हम एक ऐसी सरकार से उम्मीद भी क्या कर सकते हैं जिसमें एक भी महिला मंत्री नहीं है।
मंत्री गहलोत द्वार श्रीमती वर्षा जोशी को भ्रष्टाचारी कहने पर प्रतिक्रिया करते हुये श्री तिवारी ने कहा है कि यह केजरीवाल सरकार का अपनी गलतियों पर परदा डालने का प्रयास है क्योंकि अगर श्रीमती जोशी ने किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया होता तो एक मंत्री होने के नाते उसकी जांच के आदेश दे सकते थे पर उन्होंने श्रीमती जोशी को शब्दों के बाणों से उत्पीड़ित करने का रास्ता चुना।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि चाहे आई.ए.एस. श्रीमती वर्षा जोशी एवं श्रीमती शकुन्तलता गैमलिन का उत्पीड़न का मामला हो या आप कार्यकर्ता श्रीमती सोनी मिश्रा के उत्पीड़न एवं आत्महत्या का, एक मंत्री द्वारा राशन कार्ड के लिए एक महिला के बलात्कार का, तीन विधायकों द्वारा अपनी पत्नी एवं ससुराल पक्ष के उत्पीड़न का या फिर एक दर्जन विधायकों द्वारा महिलाओं के प्रति असभ्य व्यवहार का मामला हो यह सभी मामले दर्शाते हैं कि अरविन्द केजरीवाल सरकार के शासन में महिलायें कितनी सुरक्षित हैं।
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