अरविंद केजरीवाल असंवेदनशील हैं, वह धृतराष्ट्र की तरह सिर्फ उतना देखते हैं जितना उनको सुहाता है, उन्हें अपनी पार्टी की अक्रमण्यता एवं भ्रष्टाचार नजर नहीं आते - मनोज तिवारी

नई दिल्ली, 1 जुलाई।  दिल्ली में गत चार माह से चल रहे पानी के संकट और गत दो माह से हो रही भारी बिजली कटौतियों के विरोध में दिल्ली भाजपा के निगम पार्षदों, पूर्वांचल एवं महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं नें महात्मा गाँधी के समाधि स्थल राजघाट के बाहर धरना दिया।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी के नेतृत्व में धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने महात्मा गाँधी से प्रार्थना की कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुबुद्धि दें की वह आराजकता छोड़ कर संविधानिक व्यवस्थाओं का अनुपालन करते हुऐ कार्य करें दिल्ली की जनता को पूर्ण बिजली पूर्ण पानी देने की व्यवस्था करें।

प्रदेश महामंत्री श्री राजेश भाटिया द्वारा संचालित धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं एवं नेताओं में प्रमुख थे महामंत्री श्री कुलजीत सिंह चहल एवं श्री रविन्द्र गुप्ता, उपाध्यक्ष श्री अभय वर्मा एवं श्री जय प्रकाश, पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष श्री मनीष सिंह, महिला मोर्चा महामंत्री श्रीमती लता गुप्ता एवं श्रीमती संतोष गोयल, प्रदेश मंत्री श्री संजीव शर्मा एवं श्री विक्रम बिधूड़ी, प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्री अशोक गोयल एवं श्री तजिन्दर पाल सिंह बग्गा, मीडिया रिलेशन विभाग प्रमुख श्री नीलकांत बख्शी, निगम नेता श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्री निर्मल जैन, श्रीमती शिखा राय, श्रीमती वीना विरमानी, श्रीमती प्रीति अग्रवाल, जिलाध्यक्ष श्री कैलाश जैन, श्री अजय महावर, श्री राहेताश कुमार, श्री रमेश खन्ना, युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री सुनील यादव, किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री मुकेश मान, पूर्वांचल मोर्चा पदाधिकारी श्री प्रेमकान्त चैधरी, श्री राहुल रंजन, श्री जगदम्बा सिंह, श्री अरूण प्रधान, श्री राजीव ठाकुर आदि।  

धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल असंवेदनशील हैं, वह धृतराष्ट्र की तरह सिर्फ उतना देखते हैं जितना उनको सुहाता है, उन्हें अपनी पार्टी की अक्रमण्यता एवं भ्रष्टाचार नजर नहीं आते। आज दिल्ली की जनता पानी मांग रही है पर केजरीवाल अपने लिये अधिकार मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक ऐसा चश्मा पहन रखा है जिससे वह वो देखते हैं जो उनके राजनीतिक हित में होता है।

शर्म की बात है जन आंदोलन की बात करने वाला मुख्यमंत्री आज स्टेडियम और ए.सी. कमरों में बैठ कर निज अधिकारों के लिये धरना दे रहे हैं।

श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली देश की राजधानी है और यह शर्मसार करता है जिस शहर में श्री मदनलाल खुराना एवं डाॅ. साहिब सिंह वर्मा के नीतिगत प्रयासों से 1997 में सम्पूर्ण दिल्ली को नल सप्लाई अथवा टैकंरों माध्यम से नियमित पानी देनी की व्यवस्था हो गई थी वहीं आज दिल्ली खासकर अंधिकृत कोलोनी एवं झुग्गी बसतियों की जनता बूंद बूंद पानी को तड़प रहे हैं।

श्री मनोज तिवारी ने कहा की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेशर्मी से अपने अधिकारों के लिये धरने कर रहे हैं वहीं दिल्ली में पानी के लिये हिंसा और हत्याऐं हो रही है।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों को बिजली कम्पनियों के खाते आडिट कर बिजली दरें आधी करने का वादा किया था पर तीन वर्ष बाद भी दिल्ली में बिजली दरों में एक प्रतिशत भी कटौती नही हुई है केवल वर्ग विशेष को खुश करते हुऐ पहले सबसिडी का खेल खेला और आज तो लोड सरचारज के नाम पर दिल्ली की जनता को लूट रहे हैं। लोड सरचार्ज के नाम पर 800 करोड़ का घोटाला किया है।

श्री तिवारी ने कहा आज दिल्ली में जनता बिजली पानी के लिये हाहाकार कर रही है और केजरीवाल अपनी सत्ता के लिये पूर्ण राज्य का राग अलाप रहे हैं, बेहतर होगा केजरीवाल पहले दिल्ली को पूर्ण बिजली-पूर्ण पानी देने के लिये कार्य करें।

श्री कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि दिल्ली में न तो कच्चे पानी की कमी है न ग्रिड में बिजली की, कमी है तो केवल दिल्ली सरकार की इच्छाशक्ति में और केजरीवाल सरकार जानबूझकर दिल्ली की जनता को परेशान कर रही है। यदि सरकार में इच्छाशक्ति होती तो वह अधिकारियों से टकराव छोड़कर जनता के हित में समय पर पानी-बिजली का समर प्लान बनाती और अगर कहीं कमी नजर आती तो उपराज्यपाल के माध्यम से केन्द्र सरकार और पड़ोसी राज्यों से भी अधिक सहयोग मांग सकती थी। 

श्री राजेश भाटिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार पानी माफ और बिजली हाफ के उद्घोष के साथ सत्ता में आई थी, तब जनता ने समझा था कि इसका मतलब है कि पानी-बिजली के दाम कम होंगे पर केजरीवाल सरकार ने दाम कम करने के स्थान पर दिल्ली की जनता को पहले सब्सिडी का छलावा दिया और फिर पीठ में छुरी घोपते हुये पानी के बंद मीटर और ऐवरेज बिलों की आड़ में तो बिजली में लोड सरचार्ज लगाकर जनता पर कुठाराघात किया है। 

श्री रविन्द्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली बदहाल है और मुख्यमंत्री केवल और केवल स्वाधिकार के अहंकार में इसे दिन-दिन बदहाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अक्सर चिंतन शिवरों में जाते हैं पर यह खेद का विषय है कि वह हर बार बिना आत्मशांति पाये तो लौटते ही हैं पर दिल्ली में पहले से ज्यादा अराजकता एवं अशांति फैलाते हैं। 

श्री अभय वर्मा, श्रीमती संतोष गोयल, श्री कैलाश जैन, श्री निर्मल जैन, श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्रीमती शिखा राय आदि ने भी संबोधित किया और कहा कि दिल्ली में आज जो पानी-बिजली संकट के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का भारी आभाव है उसका मूल कारण केजरीवाल सरकार की अपरिपक्वता एवं हठधर्मी है। 

श्री मनीष सिंह एवं अन्य वक्ताओं ने कहा कि दिल्ली भाजपा कार्यकर्ता एक रचनात्मक विपक्ष की तरह काम करते हुये सरकार को जनसमस्यायें हल करने में सहयोग देने को तैयार हैं पर मुश्किल यह है कि केजरीवाल सरकार जनसमस्याओं से लड़ने की बजाय निजी अधिकारों की लड़ाई में व्यस्त हैं

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